Saturday, 5 March 2016

मेरठ मेट्रो

When metro starts in MEERUT:
Announcements-
राम राम। यो मेरठ मेंटरो है।
या में तम सभी लोग्गो का सवागत है।
अगला स्टेशन बेगमपुल आव्गा दरवज्जे इंगे सै खुलन्गे।
जिणनै दिल्ली आले के भठूरे खाणऐ हों, अर आबु लेण में हांड़ना हो वो यहीं तर जाओ। 


या के बाद मेंटरो सीद्धि बच्चा पारक पै थमेगी, मद्रासी के डोससे लेने के नियं वहाँ तर जाँणा।
कुवाड़ सै ना चिपकणा अर नी खुलते ही थूत टूट जाव्गी।
गुटका अर बीड्डी पीन की तो सोचिए बी ना अर नी 5 सौ ते बुझेग्गी सुसरी।
अग्गे तै पेहला डब्बा बीरबानिओ के निया हैं।
अक कोई मरद मानुस वा में पकड़ा गया तो, वहीँ धप्प खिंचेंगे साड़े में।
पीछे तै आखरी डब्बा तफरीबाज़ो के निया है। उसमे गलती से भी कोई ठप्प सा इंसान चढ़ा तो उसकी थूथ छेत दी जायेगी।
फिलोर पै बैठ के पत्ते ना खेल भाई ओमबीर तू रोज़ साड़े AC में पत्ते खेलने आजवे।
धक्का मुक्की से काम न बणे,
ताऊ- ताई ने पेहेले कुर्सी पै बैठन दियो,
ढंग में टिकट लेके चलें- यूनिवर्सिटी, खरखोदा, फफुंडा अर रिठानि के लोंडो की ऐंठ ना चलेगी यहाँ, नवेड्डआ अर चौबीसे से फ़ोर्स बुलवा राखी है।
घणा नेत्ता बणा तो कैमरे लगे हैं जेल में चक्की पीसेग्गा, तेरा बावा बी ना छुड़ा पावेगा।

      

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